"लड़ाई झगड़ा हो जानें से, गिर जाने से या फिसल जाने से आघात या चोट लगती रहती है l ये चोटें भिन्न प्रकार की होती हैं l उनका इलाज भी उनके अनुरूप ही होता है l
● सिर में चोट लगने पर - (आर्निका 200, 3 खुराक फिर बाद में नैट्रम सल्फ़ 200 की कुछ खुराक)
● अचानक चोट लगना, लड़ाई - झगड़ा, मारपीट के बाद - (आर्निका 200 या 1M की 3 खुराक, आर्निका Q चोट वाले जगह पर लगायें)
● चोट के कारण जख्म; यदि जख्म बड़ा हो तो डॉक्टर से टांके लगवाएं - (फैरम फ़ॉस 1X या 3X का पाऊडर जख्म पर छिड़क कर कैलेंडुला Q से पट्टी करें)
● खून (चोट आदि के कारण) बहना रोकने के लिए- बर्फ या ठंडे पानी की पट्टी बांधनी चाहिये - (कैलेंडुला Q ठंडे पानी में मिलाकर पट्टी करें)
● तेज चाकू, छुरी आदि से कटने के कारण खून बहना रोकने के लिए - (स्टेफिसेगिरिया Q की पट्टी करें व 30, खाएं)
● नसों की चोट व सुई, पिन व कील आदि चुभने से जब खून कम निकले मगर दर्द ज्यादा हो - (हाइपैरिकम Q की पट्टी करें व 200 पोटेन्सी दिन में 3 बार खायें)
● हड्डी टूटने पर x-ray करा कर प्लास्टर अवश्य करायें व साथ में खाएं - (सिम्फाइटम 3X या 6, दिन में 3 बार, साथ में कल्केरिया फ़ॉस 6X दिन में 3 बार)
● जब चोट या भय के कारण रोगी बेहोश हो जाये एवं शरीर ठंडा हो जाये - (कैम्फर Q, 5-5 बूंद 10 मिनट पर)
● मोच आना - (आर्निका 200 की 2-3 खुराक, बाद में रूटा 30, दिन में 3 बार)
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● सिर में चोट लगने पर - (आर्निका 200, 3 खुराक फिर बाद में नैट्रम सल्फ़ 200 की कुछ खुराक)
● अचानक चोट लगना, लड़ाई - झगड़ा, मारपीट के बाद - (आर्निका 200 या 1M की 3 खुराक, आर्निका Q चोट वाले जगह पर लगायें)
● चोट के कारण जख्म; यदि जख्म बड़ा हो तो डॉक्टर से टांके लगवाएं - (फैरम फ़ॉस 1X या 3X का पाऊडर जख्म पर छिड़क कर कैलेंडुला Q से पट्टी करें)
● खून (चोट आदि के कारण) बहना रोकने के लिए- बर्फ या ठंडे पानी की पट्टी बांधनी चाहिये - (कैलेंडुला Q ठंडे पानी में मिलाकर पट्टी करें)
● तेज चाकू, छुरी आदि से कटने के कारण खून बहना रोकने के लिए - (स्टेफिसेगिरिया Q की पट्टी करें व 30, खाएं)
● नसों की चोट व सुई, पिन व कील आदि चुभने से जब खून कम निकले मगर दर्द ज्यादा हो - (हाइपैरिकम Q की पट्टी करें व 200 पोटेन्सी दिन में 3 बार खायें)
● हड्डी टूटने पर x-ray करा कर प्लास्टर अवश्य करायें व साथ में खाएं - (सिम्फाइटम 3X या 6, दिन में 3 बार, साथ में कल्केरिया फ़ॉस 6X दिन में 3 बार)
● जब चोट या भय के कारण रोगी बेहोश हो जाये एवं शरीर ठंडा हो जाये - (कैम्फर Q, 5-5 बूंद 10 मिनट पर)
● मोच आना - (आर्निका 200 की 2-3 खुराक, बाद में रूटा 30, दिन में 3 बार)
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